दांत निकलना :
दांत निकलना छोटे बड़े या बच्चे परिवार की जान होती है | बड़े बच्चे तो अपनी तकलिक बोल सकते है लेकिन छोटे बच्चे तो अपनी तकलिक बता भी नहीं सकते है | इसीलिए उनका विशेष ध्यान रखना चाहिए |
दांत निकलते समय बच्चा अंगूठा मुट्ठी या जो भी चीज हाथ में आए उसे मुँह में डालने की कोशिश करता है | इसी स्थिति में शिशु के मसुढे को अपनी छोटी उंगली से हौले - हौले रगड़े | इस अवस्था में बच्चों को थोड़ी सख्त चीज चबाने के लिए देनी चाहिए | इससे बच्चे के मसूड़े मजबूत बनेंगे |
दांत निकलते समय बच्चे को जो भी चीज मिलती है वह उसे मुँह में डाल लेता है, इसे समय में बच्चे को नुकीले खिलोने न दे | दांत आने पर बच्चे के भोजन में कैल्सियम और विटामिन डी की मात्रा भरपूर होनी चाहिए क्योकि ये दोनों तत्व स्थायी दातों के निर्माण के लिए बहुत ही आवश्यक है |
दांत निकलते समय क्या इस्तेमाल कर सकते है -
दांत निकलना छोटे बड़े या बच्चे परिवार की जान होती है | बड़े बच्चे तो अपनी तकलिक बोल सकते है लेकिन छोटे बच्चे तो अपनी तकलिक बता भी नहीं सकते है | इसीलिए उनका विशेष ध्यान रखना चाहिए |
दांत निकलते समय बच्चा अंगूठा मुट्ठी या जो भी चीज हाथ में आए उसे मुँह में डालने की कोशिश करता है | इसी स्थिति में शिशु के मसुढे को अपनी छोटी उंगली से हौले - हौले रगड़े | इस अवस्था में बच्चों को थोड़ी सख्त चीज चबाने के लिए देनी चाहिए | इससे बच्चे के मसूड़े मजबूत बनेंगे |
दांत निकलते समय बच्चे को जो भी चीज मिलती है वह उसे मुँह में डाल लेता है, इसे समय में बच्चे को नुकीले खिलोने न दे | दांत आने पर बच्चे के भोजन में कैल्सियम और विटामिन डी की मात्रा भरपूर होनी चाहिए क्योकि ये दोनों तत्व स्थायी दातों के निर्माण के लिए बहुत ही आवश्यक है |
दांत निकलते समय क्या इस्तेमाल कर सकते है -
- कच्चे आँवले या हल्दी का रस यदि बच्चे के मसूड़े पर मल दिया जाए तो दांत आसानी से निकल आती है |
- अनार के रस में तुलसी का रस ममिलाकर बच्चों को चटाने से उन्हें दांत निकलते समय ज्यादा परेशानी नहीं होती |
- बच्चे को दो वर्ष की आयु तक सभी दांत निकल आते हैं | इसलिए सभी दांत आने पर बच्चे को चबाने वाला भोजन जैसे फल, गाजर, मुली जैसी सब्जिया खिलानी चाहिए |
- दांत निकलने के दौरान आँस्टो कैल्सियम सिरप या ग्राइप शिशुओं के लिए उत्तम टॉनिक है | इसे दांत निकलने के दौरान पिलाया जाता है |