Sunday, November 22, 2015

पेशाब में जलन होना : क्या कारन है ?

मूत्र के रोग संबंधी :
          पेशाब में जलन दर्द या रूकावट बड़ा ही पीड़ादायक होती है । पूरा शरीर कटी बेल की तरह मुरझा जाता है । शरीर में मूत्र सन्सथान है जिसमे गुरदे सबसे महत्वपूर्ण हैं । हमारे शरीर में गुरदों का काम है रक्त को साफ करना यानि फ़िल्टर करना । रक्त में जो जलीय अंश होता है गुरदे उनको निकाल देते है । यह जलीय अंस मूत्राशय से होता हुआ  मूत्रनली से पेशाब के रूप में शरीर से बहार हो जाता है ।         अगर व्यक्ति के गुर्दे स्वस्थ और मजबूत है तो उसे कोई तकलीफ नहीं होती है क्योंकि उसका रकत शुद्ध बना रहता है । पेशाब पर्याप्त और ठीक तरह से उतरता है और गुरदे में विकार या अन्य कारणों से पेशाब में रूकावट होने पर तीव्र वेदना होती है और पेट सूज जाता है । रोगी दर्द से छटपटाता और चिल्लाना लगता है ।


           मूत्र के कारण पेशाब में जलन और दर्द के कई कारन हो सकता है । गुर्दे की गड़बड़ी तथा गुरदों में पथरी होना भी एक कारन हो सकता है । वैसे दूषित पानी दूषित भोजन पधार्थ खाने और जले मसाले खट्टे गरम आहार अधिक लेना मधपान धूम्रपान दुशरे नशीले पधार्थ सकारण होता है । इसके अलावा पेशाब को देर तक रोके रखना दवाब बढ़ने पर भी पेशाब व् मल त्याग न करने जाना आदी कारण भी हो सकता है ।कारण के इससे मूत्राशय पर दबाव काफी बढ़ जाता है । पानी कम तथा तले पधार्थ खाने से भी पेशाब में जलन और दर्द होता है । खेल कूद या अन्य कारण से चोट लगने पर भी पेशाब की जगह दर्द की शिकायत होती है ।
        घरपे कैसे उपाय करना
* घर पे स्वच्छ तथा फ़िल्टर किया हुवा पानी पिये घरपे फ़िल्टर ना हो तो पानी को उबालकर उसे ठंडा करके पीना है ।
* नारियाल का पानी गन्ने का रस तथा अन्य पधार्थ सेवन करें ।
* फल सब्जी तरबूज, खरबूज, ककड़ी, प्याज, चोलाई, अंगूर, संतरा आदि अधिक मात्रा में सेवन करें ।
* शराब, मट्ठा, दही, केला, उड़द की दाल आदि का सेवन न करें ।
      उपचार घरेलू कैसे करना
* पेशाब में जलन होने पर ताज़ा मूली और मूली के पत्तों को कूट पीसकर रस निकले और आधा कटोरी रस पीए । इसी तरह कुछ दिन सुबह शाम पीते रहें , पेशाब सामान्य रूप से आएगा और जलन दूर होगी ।
* एक छोटी चम्मच जीरा तथा सम मात्रा में मिश्री के साथ पीसकर खाएँ । उपरसे ताज़ा पानी पिए इसी तरह दिन में तीन बार दो तीन दिनों तक सेवन करें ।
* चार छोटी इलायची के बिच निकालकर पीस लें । आधा छोटा चम्मच चूर्ण की फंकी लेकर ऊपर से मीठा गुनगुना दूध पी लें । इतनी इतनी मात्रा दिन में तीन बार लें बार लें । पूर्णत: पीड़ा दूर होगी ।
* पेशाब में तीव्र जलन या चीनक हो तो एक गिलास ठंडे पानी में चीनी, बुरा या खांड का शरबत बनाकर पिएँ, तुरंत आराम मिलेगा ।
* नाभि के चारो ओर देसी घी में सोंठ का पाउडर मिलाकर मलें या लेप करें ।


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