Wednesday, April 27, 2016

आहार के तत्त्वों की कमी और अधिकता से हानिकारक है ?

प्रोटीन की कमी से हानिकारक :
       प्रोटीन की कमी से बच्चों में सुखा रोग क्वाशियोर्कर हो जाता है | इसमें बच्चे का जिगर बढ़ जाता है | बाल झड़ने लगते हैं तथा भूरे हो जाते है | देह नमक तथा जल के बार जाने से सुजन आ जाती है जिसे अड़ीमा कहते है |इसके कारण घटे हुए वजन का पता नहीं चलता है | त्वचा पर धब्बे दिखाई देते हैं | हाथ-पाँव सुख जाते हैं | उनकी प्रवृत्ति शिथिल व उदासीन हो जाती है | दैहिक विकास रुक जाता है | मुँह गोलाकार हो जाता है | रक्त पतला होता है | मानसिक वृदाधी रुक जाती है |

       बच्चों में मरासमन नामक रोग हो जाता है | देह की वृदाधि रुक जाती है और विकास ठीक ढंग से नहीं होता है | वयस्कों में इसकी कमी हाइपोप्रोटिनियम कहलाती है | इसमें पैरों तथा पेट में सुजन आ जाती है तथा यकृत बढ़ जाता है | देह में ऑक्सीजन ग्रहण करने की शक्ति कम हो जाती है जिससे देह की सारी क्रियाये शिथिल हो जाती हैं तथा रोग शीघ्र आक्रमण कर देते है | नए तंतुओं का निर्माण नहीं हो पाता है | वजन घटने लगता है भूख कम लगती है काम में दिल नहीं लगता है थकावट जल्दी हो जाती है | रक्त में हिमोग्लोबिन तथा प्लाजमों प्रोटीन की मात्रा कम हो जाती है |
प्रोटीन जादा होने से हानिकारक : जिगर तथा वृक्क के रोग होने की संभावना रहती है | रक्त वाहिनियों में कठोरता आ जाती है | जोड़ो में दर्द रहता है | रक्त चाप तथा ब्राईट नामक रोग हो जाते हैं |
कार्बोन की कमी से हानिकारक : वजन घटने लगता है तथा स्वास्थ्य में अस्थिरता आ जाती है | देह को कार्य करने के लिए पूर्ण शक्ति नहीं मिलती जिससे मानव जल्दी थक जाता है | देह को गरमी तथा शक्ति देने का कार्य प्रोटीन को करना पड़ता है | जिससे इसका मुख्य कार्य तंतुओं का निर्माण भली भांति नहीं रुक पाता है | त्वचा में झुरियां पड़ जाती है तथा आतंरिक अंगो का विकास रुक जाता है |
कार्बोन की अधिकता से हानिकारक : आहार ठीक नहीं पचता जिससे कारण दस्त लग जाता है | मोटापा आ जाता है | कार्बोज की अधिकता से मूत्र में चीनी की मात्रा अधिक जाने लगती है जिसमे मधुमेह नामक रोग हो जाता है |
कैलशियम की कमी से हानिकारक :
        इसकी कमी से बच्चों में रिकेटस नामक रोग हो जाता है | रिकेटस विटामिन 'डी' की कमी से भी हो सकता है | इसमें अस्थियों टेढ़ी मेढ़ी तथा विकृत हो जाती है | सर बढ़ा हो जाता है यकृत बढ़ जाता है | हाथ - पाँव में पानी व नमक भर जाने से वरम आ जाता है जो दबाने पर निशान छोड़ता है | दैहिक विकास रुक जाता है |  वयस्कों में इसकी कमी से ओरिटयोमलेशिया ही जाता है | इससे अस्थियाँ कमजोर व खोखली हो जाती हैं | वह शीघ्र टूटती है और मुड जाती हैं | वृदधों में ओस्टियोप्रोसीस हो जाता है | जैसे रीढ़ की हड्डी का झुकना | इसमें हड्डियाँ बहुत जल्दी टूटती हैं | रक्त में जमने की शक्ति नहीं होती है | दमा व त्वचा के रोग हो जाती है | शिशुओं में दौरे पड़ने की संभावना रहती है | दांत कमजोर हो जाते हैं |
कैलशियम की अधिकता से हानिकारक :
      कैलशियम गुर्दों में इकटठी हो जाती है जिससे गुर्दे में पथरी पड़ने का डर रहता है |

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