Friday, July 8, 2016

फर्स्ट एड बोक्स और तीन प्रारंभिक चरण क्या है ?

फर्स्ट एड बोक्स :

      जहां हम रहते हैं काम करते है वहा फर्स्ट-एड बोक्स अवश्य होना चाहिए | यही नहीं, इसकी जगह फिक्स होनी चाहिए और यह हमेशा अपडेट रहना चाहिए | प्राथमिक उपचार की ट्रेनिग भी सबको मिलना चाहिए | हालाँकि इसकी पहली शर्त है धैर्य न खोए | पहले हालात को समझे और फिर पहल करें | हैल्थ इमरजेंसी में पीड़ित व्यक्ति की मदद करने के साथ मददगार ज्यादा जोखिम ना उठाए |

       किसी भी इमरजेंसी में हड़बड़ी न करना चाहिए | पहले तो मरीज का हालात को समझें और फिर पहल करना है | हैल्थ इमरजेंसी के समय पीड़ित व्यक्ति की मदद करने के साथ उसे सांत्वना देना हौसला बढ़ाना जरुरी है तो यह भी जरुरी है | जो की मददगार जोखिम ना उठाए |
निचे दिया हुवा तीन प्रारंभिक चरण -
 १. सबसे पहले हालात को समझाना चाहिए | खतरा हो तो हड़बड़ी नहीं दिखाना हैं | मदद के लिए चिल्लाएं या कोल करें | आप खुद सुरक्षित हों तो ही घायल व्यक्ति की तरफ ध्यान दें |
२. इमरजेंसी फोन नंबर सबको पता होना चाहिए | अपने मोबाइल फोन में इन्हें सेव करना चाहिए | फर्स्ट एड बोक्स में भी ये नंबर होना जरुरी है | 
३. मदद आने तक घायल व्यक्ति का ध्यान रखें | उसे अकेला ना छोड़ें | सांत्वना दें | उसका हौसला बढ़ाना चाहिए |
        साधारण चोट हो तो घायल व्यक्ति को संभालने का प्रयास करें | प्राथमिक उपचार कर दें और सांत्वना देने चाहिए |मसल्स या हड्डी में चोट हो तो घायल व्यक्ति को बिना मूव किए बर्फ लगाएं | कोल्ड पैक्स एप्लाय करना चाहिए | ब्लीडिंग रोकने के प्रयास करें | सावधानी के साथ बेंडेज लपेट देना है | बर्न वाले दुर्घटना हो तो ठंडा व साफ़ पानी डालें | बर्न त्वचा हटाने की कोशिश भी ना करें | कोई क्रीम ना लगाएं | प्राथमिक उपचार के बाद साबुन से हाथ धोना ना भूलें | साथ ही मदद करने के पहले अपनी सुरक्षा का भी ध्यान रखनी चाहिए |

  • घायल या पीड़ित व्यक्ति का उपचार तब ही करें जब ऐसा करना जरुरी हो | मसलन, चोट लगने से खून बह रहा हो तो क्लीन बेन्ड़ेजेस से घाव को कवर करें | ब्लीडिंग रोकने के लिए प्रेशर लगाएं |
  • घायल व्यक्ति डरा होगा तो उसका रंग पिला हो जाएगा त्वचा ब्लुईस हो जाएगी | तापमान कम हो जाएगा | वह उलटी करने लगेगा या पानी मांगेगा | फर्स्ट एड से आप उसके शोक को नियंत्रित नहीं कर सकते | ऐसे समय उसे संभालने के प्रयास करें | प्रयास करें की उसे हवा मिले |
  • घायल व्यक्ति को पीठ के बल लिटा दें | और उसका मुंह थोडा खोल दे | ब्लीडिंग रोकने के प्रयास करें | संभव हो तो व्यक्ति के पैरो के बिच की दुरी फिट भरकर दें | घायल व्यक्ति को कुछ नहीं खिलाएं | कोई तरल पधार्थ पिलाएँगे तो उलटी होने लगेगी |
 क्या होनी चाहिए फर्स्ट बोक्स में विभिन्न आकार व् प्रकार के पर्याप्त बेंडेजेस घाव या कट्स पर लगाने के लिए गाज पेड्स सीजर्स | एंटिसेप्टिक और डिसइन्फेक्टेड जैसे अल्कोहोल या हाइड्रोजन पैराक्साइड आदि | सामान्य पेनकिलर्स इनकी एक्सपायरी का ध्यान रखना है | ग्लोब्ज, थर्मोमीटर, टोर्च, नीडल पेट्रोलियम जैली, प्लास्टिक बेग्स |इमरजेंसी नंबर अस्पताल, फायर स्टेशन, चिकित्सक आदि और यूजर गाइड |


  यह आपको पढ़कर अच्छा लगा हो तो अपने मित्र या ग्रुप में अवश्य शेयर करे | स्वास्थ्य के लिए    अधिक    जानकारी  www.jangaltips.blogspot.in  पे क्लिक करो या गूगल पर टाइप करो | यदि आपके  पास      स्वास्थ्य के बारे में अधिक जानकारी है तो हमारी                                                                                     E-mail Id है : jangaltipsin2015@gmail.com पर भेज सकते है Thanks.

गर्मी के बाद बारिश का शरीर को क्या लाभ मिलती है |

 बारिश के लाभ :           गर्मी के बाद बारिश बहुत ही सुकून देती है | बारिश का इंतज़ार हर किसी को रहता है | बारिश के पानी का लाभ सभी को ...