आँख की ज्योति कैसे बढ़ाएँ :
आँखों की सुरक्षा के लिए उनकी उचित देखभाल जरूरी है । मल -मूत्र, छींक आदि वेगों को कभी रोकना नहीं चाहिए ।
उपाय : कई अन्य उपाय ऐसे हैं जिनके उपयोग से आँखें स्वस्थ रहती हैं । जैसे मस्तक पर चंदन आँखों के लिए फायदेमंद होता है | मुँह में ठंडा पानी भरकर आँखों पर पानी के छोटें मारना भी लाभकारी होता है | टहलना स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है,परंतु-सुबह हरी घास पर नंगे पैर टहलना आँखों को विशेष रूप से लाभ पहुंचाता है,साथ ही प्राकुतीक हरियाली निहारने से आँखों को ठंडक मिलती है |
१) प्रतिदिन बालों में तेल लगाना,नाक और नाभी में तेल लगाना आँखों के लिए लाभकारी होता है | इसके लिए नारियल,सरसों या तिल के तेल प्रयोग किया जाना चाहिए |
२) मक्खन में मिश्री मिलाकर खाने से भी आँखों को शक्ति मिलती है | रात को सोते समय पैरों के तलवों में तेल लगाना आँखों के लिए अच्छा होता है |
३) भोजन से पहले मल-मूत्र त्याग करना तथा सोते समय हाथ-पैर घोकर सोने से भी आँखों को रोग मुक्त रखने में मदद मिलती है |
४) आँखों को निरोग रखने में त्रिफला का चूर्ण भी कारगर है | हरड, बहेड़ा आँखों आँवला मिलकर यह चूर्ण बनाया जाता है | दो चम्मच चूर्ण रात को एक गिलास पानी में भिगोकर सवेरे उस पानी से आँखों धोने से आँखों की छोटी-मोटी परेसानी स्वयं ही दूर हो जाती है |
आँखों की सुरक्षा के लिए उनकी उचित देखभाल जरूरी है । मल -मूत्र, छींक आदि वेगों को कभी रोकना नहीं चाहिए ।
उपाय : कई अन्य उपाय ऐसे हैं जिनके उपयोग से आँखें स्वस्थ रहती हैं । जैसे मस्तक पर चंदन आँखों के लिए फायदेमंद होता है | मुँह में ठंडा पानी भरकर आँखों पर पानी के छोटें मारना भी लाभकारी होता है | टहलना स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है,परंतु-सुबह हरी घास पर नंगे पैर टहलना आँखों को विशेष रूप से लाभ पहुंचाता है,साथ ही प्राकुतीक हरियाली निहारने से आँखों को ठंडक मिलती है |
१) प्रतिदिन बालों में तेल लगाना,नाक और नाभी में तेल लगाना आँखों के लिए लाभकारी होता है | इसके लिए नारियल,सरसों या तिल के तेल प्रयोग किया जाना चाहिए |
२) मक्खन में मिश्री मिलाकर खाने से भी आँखों को शक्ति मिलती है | रात को सोते समय पैरों के तलवों में तेल लगाना आँखों के लिए अच्छा होता है |
३) भोजन से पहले मल-मूत्र त्याग करना तथा सोते समय हाथ-पैर घोकर सोने से भी आँखों को रोग मुक्त रखने में मदद मिलती है |
४) आँखों को निरोग रखने में त्रिफला का चूर्ण भी कारगर है | हरड, बहेड़ा आँखों आँवला मिलकर यह चूर्ण बनाया जाता है | दो चम्मच चूर्ण रात को एक गिलास पानी में भिगोकर सवेरे उस पानी से आँखों धोने से आँखों की छोटी-मोटी परेसानी स्वयं ही दूर हो जाती है |